कानपुर आईआईटी छात्रा रेप केस हिंदी। ACP Mohsin rape case in hindi

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कानपुर आईआईटी छात्रा रेप केस हिंदी। ACP Mohsin rape case in hindi

Kanpur Exclusive: इन दिनों उत्‍तरप्रदेश एक शर्मनाक घटना सामने आ रही है। जिसमें एक IIT की छात्रा ने 2013 बैच के आफिसर पर शादी का झांसा देकर रेप करने का आरोप लगाया है। वहीं इस मामले को लेकर इलाहाबाद हाइकोर्ट ने ACP मोहसिन को राहत प्रदान कि और फिलहाल उनकी गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है।

क्‍या है कानपुर रेप केस का पूरा मामला 

हम बता दें कि कानपुर के कलेक्‍टरगंज में तैनात क्राइंम ब्राच ACP मोहसिन पर IIT कानपुर कि छात्रा ने रेप का आरोप लगाया था। हम बता दें कि छात्रा हिंदू है, और पश्चिम बंगाल की रहने वाली है। पीडि़त छात्र ने दिनांक 12 दिसंबर 2024 को FIR दर्ज करवायी थी। मुकदमा दायरा होने के तुरंत बाद ही ACP मोहसिन का ट्रांसफर क्राइम ब्रांच से हटाकर पुलिस मुख्‍यालय कर दिया गया था। 

कानपुर आईआईटी छात्रा रेप केस हिंदी। ACP Mohsin rape case in hindi
कानपुर आईआईटी छात्रा रेप केस हिंदी। ACP Mohsin rape case in hindi

FIR दायरा होने के तुरंत बाद ही ACP गिरफ्तारी से बचने के लिये हाईकोर्ट पहुंच गयें और उन्‍होंने ने अपनी अपील दर्ज करवाई और याचिका दायरा कि और याचिका में बताया कि छात्रा पढ़ी-लिखी व शादी शुदा है और उसको अपने प्रेम जाल में फंसाकर फर्जी रिपोर्ट दर्ज करवाई है। इस विषय को मुद्दे बनाते हुये ACP ने रिपोर्ट को रद्द करने कि मांग न्‍यायालय से कि है। 

वही पुलिस ने विभागयीय मामला होने की वजह से आनन-फानन में तुरंत अपना पक्ष प्रस्‍तुत करते हुये न्‍यायालय  के समक्ष अपनी रिपोर्ट प्रस्‍तुत कि है।

मोहसिन के मुताबिक छात्रा ने प्रेम जाल में फंसा लिया

हम बता दें कि कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मोहसिन और छात्रा ने कोर्ट मैरिज के लिये अपना पंजीकरण दर्ज करवाया लिया था पर इसी बीच दोनों के बीच अन-बन हुई और दोनो को ब्रेकअप हो गया। इसी बीच छात्रा ने नजदीकियां बढ़ाते हुए मोहसिन के खिलाफ कल्‍याणपुर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवा दी।

 छात्रा के मुताबिक

पीडि़ता छात्रा ने बताया कि मोहसिन को जान बूझकर गिरफ्तार नहीं किया गया था। सब मिले हुये है किसी का भी भरोसा नहीं किया जा सकता। पुलिस मामले किसी भी प्रकार से कोई अपडेट नहीं दे रही है। मोहसिन ने मुझे पर शादीसुदा होने का झूठा आरोप लगाया जबकि मेरी तो कभी शादी हुई नहीं नहीं है। जबरदस्‍ती केस को घुमाया जा रहा है। मैं पुलिस नहीं हूँ, पर मुझे ऊपर वाले पर पूरा भरोसा है। 

पीडि़ता ने कहा कि वर्दी पर दाग लगा है तो आगे चलकर ऐसा भी हो सकता है कि मुझे किसी झूठे आरोप में फंसा दिया जाये। सच सामने आने से रोक जा रहा है। पुलिस मोहसिन के साथ मिली हुई है और उसकी पत्‍नी का मोबाईल चेक नहीं कर रही जिसमें अनेको सबूत छुपे हुये है। ये भी हो सकता है कि उन सबूतों को नष्‍ट कर दिया जाये। 

पुलिस के तरफ से क्‍या है प्रतिक्रिया

हम बता दें कि इस गंभीर विषय को लेकर एक कमेटी का गठन किया गया है। जिसको ADCP ट्रैफिक अर्चना संभलेंगी। ACP मोहसिन को तत्‍काल प्रभाव से हटाकर पुलिस हैडकाटर्स लखनऊ में अटैच कर दिया गया है। और इस मामले को लेकर SIT का गठन किया गया है जिसका नेतृत्‍व अर्चना करेंगी। 


लेखक- अमन कुमार तोमर (कन्‍टेंट राइटिंंग के लिये सम्‍पर्क) 

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