Vishnu shankar jain ko mili dhamki. विष्‍णु शंकर जैन को मिली धमकी।

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विष्‍णु शंकर जैन को मिली धमकी।Vishnu shankar jain ko mili dhamki 

सनातनी शेर कहें जाने वाली श्री विष्‍णु शंकर जैन को मिली धमकी। ये धमकी सोशल मीडिया X के माध्‍यम से दी गई जिसमें धमकी देते हुये लिखा गया कि '' मुसलमानों इसका चेहरा पहचान लो'' । संभल एसपी से बात करने में उन्‍होंने बताया कि सोशल मीडिया के तमाम प्‍लेटफार्मो में पूरे तरह नजर रखी जायेगी और किसी भी तरह से धमकी बरर्दाश्‍त नहीं की जायेगी।

क्‍या है पूरा मामला

दरअसल कथित रूप से जामा मस्जिद कहें जानी वाले हरिहर मंदिर के लिये हिंदू पक्ष की और से सुप्रीम कोर्ट के वकील श्री विष्‍णु शंंकर ने स‍िविल सीनियर डिवीजन चंदौसी में याचिका दायर कि थी। याचिका दायरा करने के बाद कोर्ट ने कथित रूप से जामा मस्जिद कहीं जाने वाले मस्जिद में सर्वे का आदेश दिया था। इसके सर्वे के आदेश के बाद जब सर्वे टीम विवाद स्‍थल पर सर्वे के लिये पहुंच रही थी रास्‍ते पर उनके ऊपर भारी मात्रा में पत्‍थरबाजी हुई और पत्‍थरबाजी के साथ-साथ अवैध देशी कट्टो से पुलिस के ऊपर फायर भी किया गया जिसमें कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हुये और 4 पत्‍थरबाज मारे गये थे।

विष्‍णु शंकर जैन को मिली धमकी। Vishnu shankar jain ko mili dhamki

विष्‍णु शंकर जैन को मिली धमकी। Vishnu shankar jain ko mili dhamki.

इसी बात को लेकर श्री विष्‍णु शंकर जैन को ''संभल हिंसा का मास्‍टरमाइंड बताते हुये X हैंडल के माध्‍यम से फर्जी एकाउंट @nidhijhabuhar के द्वारा धमकी दी गई'' जिसके खिलाफ संभल पुलिस व साइबर क्राइम में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है, जिसकी जांच जारी है।

इस पोस्‍ट के बाद अधिवक्‍ता श्री विष्‍णु शंकर जैन ने कहा कि सोशल मीडिया के जारिये उन्‍हें और उनके परिवार को गंभीर परिणाम भुगतानें की धमकी लगातार दी जा रही है। जिससे उनके साथ-साथ उनका परिवार भी खतरे में है। श्री विष्‍णु शंंकर जैन ने प‍ुलिस और न्‍यायालय से अपील की, कि उनके परिवार को सुरक्षा प्रदान कि जाये।

कौन है विष्‍णु शंकर जैन

विष्‍णु शंकर जैन व उनके पिता श्री हरि शंकर जैन हमेशा से ही हिंदू धर्म के लिये तत्‍परता से खड़े रहे हैं। ये बाप-बेटे कि जोड़ी हमेशा नि:स्‍वार्थ भाव से बिना कोई राशि लिये हिंदू धर्म के लिये कार्य करती है। और समय-समय में मुद्दे उठती रहती है। श्री विष्‍णु शंकर जैन ने 1976 को लखनऊ कोर्ट से अपनी वकालत की शुरूआत कि थी। उसके बाद बाबरी मस्जिद के खिलाफ इलाहाबाद हाइकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में हिंदू पक्ष की और से लड़ाई लड़ी, और 1993 में उन्‍हें सबसे बड़ी जीत प्राप्‍त हुई। उसके बाद वह समय-समय पर अपने पिता के सानिध्‍य में हिंदू पक्ष के लिये आवाज उठाते आये है। और चाहे वह अयोध्‍या हो, ज्ञानव्‍यापी हो, या फिर कुतुब मीनार या ताजमहल विष्‍णु शंकर जैन सदैव नि:स्‍वार्थ भाव से सत्‍यता के साथ खड़े रहे हैं और आगे भी खड़े रहेंगें हम इस लेखक के माध्‍यम से उनके और उनके पिता के उज्‍जवल भविष्‍य और दीर्घ आयु की कामना करते है।


Author- Shri Aman Kumar Tomar

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