दिल्ली में किस तरह से जिहादियों का आतंक बढ़ रहा है जिसका अंदाज इसी बात से लगाया जा सकता हैं कि शुक्रवार 23 फरवरी के दिन न्यू उस्मान नगर के ब्रहृापुरी में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले 14 साल के सागर राघव कि हत्या किस तरह निर्मम तारिके से कर दी गई।
सागर के पिता कैब चालक थे वहां अपने पिता संजय, मॉं नीलम और दों बहने, दिव्यांग चाचा अतुल राघव और दादी -दादी के साथ रहता था और गांव घोंडा में स्थित एक पब्लिक स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ता था।
स्कूल से घर जा रहा था सागर
दोपहर वह 2 बजे स्कूल से घर जा रहा था तब नाबालिग आरोपी अब्दुल ने स्कूल से घर लौटते वक्त 14 वर्षीय सागर राघव पर धार दार हथियार के साथ हमला कर दिया सागर काफी दूर तक अपनी जान बचाने के लिये भागा भी पर आरोपी ने उसका पीछ करके हत्या को अंजाम दिया और फरार हो गया अचानक हुये हमले से सागर अचेत अवस्था में गिर गया वहीं पास कि चाय दुकानदार ने उसे अचेत अवस्था में देखा और करीब दोपहर 2:45 के करीब सागर के पिता को घटना की सूचना दी और बताया कि संत रविदास गली में सागर अचेत अवस्था में पड़ा हुआ।
सूचना मिलते हैं परिवार घटना स्थल में पहुँचा और सागर को जगप्रवेश अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत्य घोषित कर दिया।
पुलिस को सूचना काफी देर में दी गई
करीब 4 बजे के आस पास इसकी सूचना पुलिस को दी गई सूचना मिलने के बाद पुलिस अस्पताल पहुंची और औपचारिकताओ को पूरा करने के बाद शव को जीटीबी अस्पताल भेजा दिया गया जहां सागर को पोस्टमार्टम किया जायेगा और इसके साथ ही पुलिस ने हत्या का मामला दर्जा कर लिया है और आस पास के सभी सीसीटीवी कैमरो और स्थानीय लोगों से पूछताछ कि जा रही है।
पहले भी सागर पर हमला कर चुके हैं आरोपी
हम बात दें कि पहले भी अब्दुल और उसके साथी सागर को तंंग कर रहे थे सागर कि मॉं का कहना है कि कई बार उसने स्कूल प्रशासन को इसकी शिकायत कि पर किसी ने एक न सुनी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी पूर्व में भी तीन बार सागर पर हमला कर चुके थे और एक बार आरोपी ने अपने साथियों के साथ सागर को बाथरूम में बंंद करके मारा भी था।
पूर्व में भी दिल्ली का ब्रहृापुरी काफी सुर्खियों में रहा हैं कई बार इस क्षेत्र से हिंदू पलायन की खबरें आई हैं और अब इस खबर ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है।
पर आश्चर्य इस बात का हैं कि छोटी - छोटी खबरों को बड़ा बताकर प्रकाशित करने वाला मीडिया समुदाय इस बात को लेकर बिल्कुल मौन हैं। अगर यह अप्रिय घटना किसी और समुदाय विशेष के साथ हुई होती तो अभी तक मीडिया ने पूरा देश हिला दिया होता और साथ-साथ देश में बंद का ऐलान भी हो जाता पर यह घटना बहुसंख्यक कहे जाने वाले हिंदू समुदाय के साथ हुई थी शायद इसलिए सभी मौन है।
हमारे खोजबीन के बाद सिर्फ एक चैनल सुदर्शन न्यूज ने इस खबर पर ध्यान दिया और इसका कवरेज किया यहां तक कि कुछ ऑनलाइन ब्लॉग न्यूज चैनल हैं उन्होंने तो इस विषय पर कई पोस्ट लिखी पर किसी ने भी आरोप का नाम प्रकाशित करने कि हिम्मत तक नहीं कि।
यहां तक छोटे-छोटे मुद्दे को लेकर ढोला बजाने वाली केजरीवाल सरकार मौन धारण करके बैठी।
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