पिछले ब्लॉग मे हमने ओसीडी के बारे में विस्तार से जाना और ओसीडी के रोकथाम हेतु कुछ उपाय भी देखें। अब इस ब्लॉग में हम ओसीडी के लक्षण और ओसीडी के प्रकार के बारे में बात करेंगे। जिससे लोगों को पता चल सकें कि ये बीमारी कितनी घातक है। जिन्होंने ने मेरा पहला ब्लॉग नहीं पढ़ा वह जा के पढ़ सकते हैं। जिसमे ओसीडी के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है।
OCD के लक्षण
- बार-बार हाथ धोना- हाथ धोना अच्छी बात है पर ओसीडी से ग्रसित व्यक्ति हाथ धोने को लेकर काफी सक्रिय रहती है। अगर व्यक्ति के हाथ में थोड़ा कुछ लग जाये तो वह घंटो वॉशरूम में घुसे रहे और हाथ धोते रहे। ये बीमारी पढ़ने मे मजाक लगती है। पर जो लोग इससे पीडि़त है वही इसको समझ सकते है।
- साफ- सफाई करना- OCD से पीडि़त व्यक्ति घंटाें साफ सफाई करता रहता है। उदाहरण- मान लीजिए कोई मेहमान घर आया है। और उसने गलती से चाय गिरा दी। जिसके घर मेहमान आया वह व्यक्ति तब तक साफ करता रहेगा जब तक वह संतुष्ट न हो जाये। उसका मन चाय साफ होने के बाद भी नहीं मानेगा।
- Relgious OCD - हमारे मन में लाखों विचार आते रहते हैं। कुछ विचार अच्छे होते है वही कुछ विचार नकारात्मक होते हैं। ऐसे ही नकारात्मक विचार का सामना Relgious OCD में करना पड़ता है। इस प्रकार कि Relgious OCD मे भगवान को लेकर अश्लील विचार आते है। यह फिर भगवान को लेकर उनकी प्रतिमा तोड़ने का मन करना इत्यादि गंदे विचार का आना होता है। इस Relgious OCD में व्यक्ति अंदर ही अंदर घुटते रहता है और अपने आप को दुनिया का सबसे बुरा आदमी मानने लगता है। और लोग क्या कहेंगे ऐसा सोचकर अपने विचार किसी के साथ शेयर नहीं करता। जिस वजह से उसकी ये बीमारी कई बार Diperssion का रूप ले लेती है।
- Harm OCD/ Sucidial OCD- इस प्रकार OCD में व्यक्ति को सुसाइड करने जैसे विचारों का आना या फिर किसी अन्य परिवार के सदस्यों को नुकसान पहुँचना के ख्यालाे को आना होता है। इसे PURE O OCD बोलते है।
- Sexual OCD- में व्यक्ति के परिवार जन के प्रति सेक्सुल विचार आना या फिर किसी अन्य व्यक्ति के लिये गंदे या सेक्सुल विचार आना सम्मिलित होता है। इस तरह कि OCD में व्यक्ति अपने आप को दोष देता है। या भगवान को दोष देता है। ये सोचता है कि मैने कौन सा पाप कर दिया जो इस तरह के विचार मेरे अंंदर आ है। किसी ने कोई भूतप्रेत या जादू - टोना तो नहीं किया।
OCD रोकथाम के उपाय :-
- व्यक्ति सबसे पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिये कि ये सिर्फ ख्याल है। ख्याल या विचार कुछ भी हो सकता है। दिन में व्यक्तियों को लाखों ख्याला आते है जिसमें से कुछ अच्छे या बुरे होते है। ओर विचार बिना ACTION लिये सच नहीं होते है। इसलिये व्यक्ति को विचार और सच मे अंतर करना आना चाहिये। और विचार को विचार ही समझना नहीं चाहिये न कि सच।
- अगर आप को कभी किसी भी प्रकार कि OCD होती है तो अपने घर वालों को जरूर बतायें । कुछ लोग सोचते है कि लोग मजाक उड़ायेंगे घर वाले क्या सोंचेंगे पर ऐसा नहीं है।
- OCD का प्रभाव ज्यादा होने पर Psychtrist को जरूर दिखायें और अपना ईलाज करवायें।
- और इस समस्या को किसी भूत प्रेत या फिर कोई अन्य अंधविश्वास से न जोड़े।
- OCD एक बीमारी है जो देश के लगभग 90 प्रतिशत लोगों को हैं कुछ लोग सजग होने के कारण अपने आप इस बीमारी से बच जाते है। वहीं कुछ लोग OCD कि विचारों में उलझे रहे जाते है।
- OCD होने पर सबसे अच्छा है हम अपने आप को विजी रखें और एक्सेसाईज करें और टाइम पर डॉक्टर द्वारा बताई गयी दवाईयों को सेवन करें।
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