पीरियड्स का दर्द महिलाओं के मासिक धर्म में होने वाली आम स्थिति है। आज कल महिलाओ को पीरियड्स के समय असहानीय दर्द सहन पड़ता है। लेकिन कुछ महिलाएं को इसे पूरे मासिक समय के दौरान इस दर्द का सामना करना पड़ता है। वर्तमान में समय खराब जीवन शैली भी इस का एक प्रमुख कारण है।
पर हम Period me pet Dard ke Gharelu Upay कर सकते हैं।गरम पानी की बॉटल या थैली :- महावारी के दौरान गर्म पानी कि बॉटल या थैली का उपयोग करके महिलायें इस दर्द को कम कर सकती है। इस प्रक्रिया में गर्म पानी की थैली को पेट के निचले भाग में रखा जाता है। इस प्रक्रिया में महिलाओं को काफी राहत मिलती है डॉक्टर भी गर्म पानी की थैली का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं। फिर भी अगर ये दोनों उपाय कोई नहीं करना चाहता है तो गर्म पट्टी का उपयोग भी कर सकते हैं।
इन उपाय के साथ-साथ पानी का इस्तेमाल भी ज्यादा करना चाहिए और ज्यादा मात्र में पानी पीना चाहिए। महावारी के दौरान महिलाओं को जंक फूड और चीना उक्त खाद्य पदार्थों का उपयोग करने से भी बचना चाहिए। क्योंंकि इनके इस्तेमाल से कई बार महिलाओं को ऐठन और सूजन महसूस होती है जो दर्द का कारण बनती है इनका खाद्य पदार्थों के साथ-साथ कैफीन और शराब से भी महावारी के दौरान दूर रहना चाहिए।
हल्दी का उपयोग कैसे करे पीरियड्स में :-
हल्दी का उपयोग पीरियड्स के दौरान किया जा सकता है Period me pet Dard ke Gharelu Upay में से सबसे अच्छा और महत्वपूर्ण उपाय माना जाता है। क्योंकि हल्दी में कुछ गुण होते हैं जो मासिक धर्म संबंधित समस्याओं को कम करने में मदद करते है और हल्दी में बहुत से औषधीय गुण पाये जाते हैं जो सूजन और ऐठन को भी कम करते है।
कैसे उपयोग करें?
1. एक चुटकी हल्दी को गरम दूध में मिलाये और इसको पीरियड्स के दौरान पीये हल्दी दूध सूजन और ऐठन कम करने में मदद करता है।
2. अगर किसी व्यक्ति को दूध से एलर्जी है तो वह हल्दी,शहद और काली मिर्च को मिलकर पी सकता है।
3. अधिकांश भारतीय परिवार चोट लगने में हल्दी और तेल का इस्तेमाल करता है जिससे सूजन कम होती है पर हल्दी तेल का इस्तेमाल चोट लगने के साथ-साथ पीरियड्स के दौरान होने वाली पीड़ को कम करने के लिये भी कर सकते हैं इस प्रक्रिया में हल्दी तेल को पेट के नीचले भाग में लगाये जिसे दर्द से काफी राहत मिलेगी।
अदरक व काली मिर्च का उपयोग :- अदरक और काली मिर्च की चाय बनाकर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। अदलक और काली मिर्च दर्द से राहत दिलाती है और इसके उपयोग से कोशिकाओं की जकड़न कम होती है।
जीरे के पानी का उपयोग कैसे करे पीरियड्स में :-
जीरे को पानी में उबालकर इसके छान ले और इसके पानी को पीये इस उपाय से जकड़न और एठन कम होगी या फिर जीरे को रात को पानी में गला कर रख दें और सुबह उस पानी को छान कर इसका सेवन करें।
आजवाइन का उपयोग कैसे करें पीरियड्स में ?
आजवाइन (carom seeds) पीरियड्स में एक प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपाय के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है जो महिलाओं को दर्द से राहत प्रदान करने में मदद कर सकता है।
आजवाइन में कार्वोल, थायोल, और पर्षीनोल जैसे तत्व होते हैं, जो एंटी-इंंफ्लेमेटरी, एंटी बैक्टीरियल, और दर्द निवारक गुणों के कारण पीरियड्स संबंधित समस्याओं को कम करने में मदद कर सकते हैं।
1. गरम पानी में भिगोकर पीना:
एक छोटी सी चम्मच आजवाइन को एक कप करम पानी में भिगोकर रात भर के लिए छोड़ दें। इसे सुबह निकालकर गुनगुना करके पीने से पीरियड्स में होने वाले दर्द से राहत मिलेगी।
2. आजवाइन चाय:
आजवाइन के बीजों को चाय बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है। एक छोटी सी चम्मच आजवाइन को पानी में उबालकर चाय के रूप में पीने से दर्द कम हो सकता है।
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